आतंकी हमले से भी बड़ी है यह घटना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गृह जनपद गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 33 बच्चों की मृत्यु होने का समाचार एक न्यूज़ चैनल द्वारा दिखाया गया है जिसके बाद उत्तर प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक कटघरे में खड़ी हो गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजो का इलाज चल रहा था जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे है इसी बीच इलाज के लिए प्रयोग में लाई जा रही ऑक्सीजन गैस की कमी हो गई और बीमार व्यक्ति बच्चे ऑक्सीजन की आपूर्ति ना होने के कारण मौत की नींद सो गए उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर हुई बच्चों की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है ।जहां शासन और प्रशासन इस बात को दबाने पर लगा है कि बच्चों की हुई मौत के पीछे ऑक्सीजन गैस की कमी नहीं है वही गोरखपुर के जिलाधिकारी ने ऑक्सीजन गैस की कमी को मान लिया है मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री और विभाग से जुड़े प्रमुख अधिकारी गोरखपुर पहुंच रहे हैं उनके पहुंचने से पहले ही कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष और अमेठी के सांसद राहुल गांधी मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर पीड़ित परिवारों और अभिभावकों से मिलकर आंखें पहुंचने वह दुख सुन रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार 33 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार आशीष ऑक्सीजन गैस के आपूर्तिकर्ता द्वारा ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति नहीं की गई क्योंकि ऑक्सीजन गैस आपूर्तिकर्ता का राज्य सरकार द्वारा 63 करोड़ रुपया नहीं दिया गया है राज्य सरकार 63 करोड़ रुपए की बकायेदार है।
उत्तर प्रदेश में हुई बच्चों की मौत पर राजनीति भी तेज हो गई है जहां प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा मांगा है वही अन्य राजनीतिक दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है यूं कहा जाए की उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोई लापरवाही के मद्देनजर कटघरे में खड़ी दिख रही है एक और जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को गाय और गौशाला का पक्षधर माना जाता है वही उनके गृह जनपद में हो 33 बच्चों की मौत का मामला अंतर आत्मा को झकझोर कर देने वाला है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में हुई 33 बच्चों की मौत उत्तर प्रदेश की सरकार जो आदित्यनाथ योगी के नेतृत्व ने साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश में गोली बारूद के बिना मासूमो को मौत की नींद सुला दिया है ।इतने बड़े पैमाने पर कोई भी 48 घंटे में इतनी संख्या में निर्दोष मासूम बच्चों की जान नहीं ले सका बसपा सरकार में जब वरुण गांधी पर तत्कालीन सरकार ने रासुका लगाया था तब केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने मुख्यमंत्री मायावती पर आरोप लगाया था कि जिसके संतान नहीं है वह संतान का दर्द नहीं जानती आज यह बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी पर एक दम सही बैठ रही है आज मेनका गांधी के साथ साथ भारत की सभी माताओं को और सभी महिलाओं को यह प्रश्न भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से कहनी चाहिए ।
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