मऊ के बहुचर्चित ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड में एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट मुख्तार अंसारी को किया बा इज्जतबरी

इस मामले में मऊ सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी समेत दर्जनों आरोपी बनाए गए थे । वहीं बांदा जेल में बंद मुख्तार को कोर्ट ने आज न्यायालय के समक्ष उपस्थित होने का आदेश जारी किया था।
  बाहुबली विधायक मुख्तार के आने को लेकर जिले की पुलिस आज सुबह से ही कचहरी परिसर को छवानी में तब्दील कर दिया है। 10 थानों की फोर्स के साथ ही PAC और भारी मात्रा में पुलिस बल जगह जगह तैनात कर दिए गए है। पूरे शहर में 4 जगह बैरिकेटिंग लगाकर पुलिस लोंगो की तलाशी ली रही है साथ ही कचहरी परिसर में आने वाले सभी लोंगो की सघन तलासी के बाद ही उनको अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है।
इस मामले में मुख्तार अंसारी के अलावा उमेश सिंह, रजनीश सिंह, संतोष सिंह, राकेश कुमार पांडेय, अमरेश कन्नौजिया , अनुज कन्नौजिया, राजू उर्फ जामवंत कन्नौजिया, विनय सिंह,उपेंद्र सिंह, अरविंद यादव और कमलेश यादव भी आरोपी थे।
ठेकेदार मन्ना सिंह व उसके साथी राजेश राय की 29 अगस्त 2009 को नगर कोतवाली क्षेत्र के नरई बांध स्थित यूनियन बैंक की शाखा के पास मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि गोलीबारी में गाड़ी का चालक शब्बीर घायल हो गया था।इस मामले में वादी मुकदमा हरेंद्र सिंह की तहरीर पर कोतवाली नगर में मऊ के सदर विधायक मुख्तार अंसारी हनुमान पांडे समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। कहा जाता है कि वर्चस्व की जंग में मन्ना सिंह की हत्या हुई थी। सरकारी ठेकों में मन्ना सिंह बाहुबली मुख्तार अंसारी को लगातार चुनौती दे रहे थे, इसी वजह से उनकी हत्या की गई। इस मामले में गवाह राम सिंह मौर्या की भी हत्या हो चुकी थी।