क्यों भूल रहे है देश के पहले गैर गांधी-नेहरू परिवार से अलग प्रधानमंत्री को

भाजपा के नेतृत्व में केंद्र की सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर को सफाई के नाम दर्ज करा दिया है, लेकिन महात्मा गांधी के जन्मदिन की तैयारी में जो नरेंद्र मोदी इतने आतुर दिखाई दे रहे हैं ,वह शायद भूल रहे हैं कि गांधी नेहरु परिवार के अलावा भारत की बागडोर जिस शख्स ने थामी थी ।उनका भी जन्मदिन 2 अक्टूबर को ही होता है। 2 अक्टूबर के रुप में जहां महात्मा गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है वही लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन भी मनाने की प्रथा वर्षों से चली आ रही है ।केंद्र की भाजपा शासन के आगे जहां एक राज्य का बोलबाला देशभर में बढ़ रहा है वही भाजपा से उत्तर प्रदेश कोटे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस में जन्म लेने वाले स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को भूलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। लाल बहादुर शास्त्री को याद करने के लिए आज सरकार के पास समय की कमी हो गई है ।एक दौर चल रहा था जब कांग्रेस पार्टी के नेता देश को दिशा और गति देने का संकल्प ले रहे थे ।पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा संसार छोड़ने के बाद देश के सामने प्रधानमंत्री के रुप में यह जिम्मेदारी किसे दी जाए ? यह सभी के लिए चर्चित विषय बन गया था लेकिन कुछ समय के सभी दलों के नेताओं ने लाल बहादुर शास्त्री को प्रधानमंत्री बनाए जाने के बाद बधाइयां कांग्रेस पार्टी संगठन के प्रमुख को दी। लाल बहादुर शास्त्री का जन्म एक गरीब परिवार से होना और देश का 10 वर्ष के अंदर प्रधानमंत्री बनना बहुत बड़ी आसाधारण विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के कारण ही उनको प्राप्त हुआ था ।