भारत स्वाभिमान सभा के बैनर तले सोमवार को मुसाफिरखाना में रानी पद्मावती के किरदार को लेकर संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई जा रही फिल्म के विरोध में अमेठी जनपद में क्षत्रिय समाज के लोग एक मंच पर एकत्रित हुए।आयोजित सभा में जनपद के क्षत्रिय समाज के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने आपसी राजनैतिक मतभेद को भुलाकर एक मंच पर उपस्थित हुए।अमेठी जनपद में राजनीतिक गलियारों के लोगों ने जब एक मुद्दे पर अपनी सारी राजनैतिक निवेश को छोड़ते हुए लोगों से अपील की की रानी पद्मावती के इतिहास को लेकर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली द्वारा जो रूपांतरण किया जा रहा है वह इतिहास के विरोध में है सभी वक्ताओं ने कहा फिल्म बनाने के लिए किसी को कोई मनाही नहीं है लेकिन इस बात का नाजायज फायदा उठाकर इतिहास के तथ्यों को बदल देना यह कतई भी इस समाज के लोगों को गवारा नहीं है वक्ताओं ने कहा की रानी पद्मावती ने गुलामी की जंजीरों को स्वीकार नहीं किया और राज्यसत्ता के लिए अपने आप का स्वाभिमान किसी अलाउद्दीन खिलजी के सामने नहीं सौंपा और वीर वीरांगना ने जब अपने आप को असहाय महसूस किया तो अपने राज्य की महिलाओं के साथ जलती चिता में बैठकर जौहर को प्राप्त किया लेकिन अलाउद्दीन खिलजी जैसे विदेशी आक्रमणकारी की अधीनता को स्वीकार नहीं किया।
आज के इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारतीय फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली को आरोपित किया कि भंसाली अपना चरित्र का हनन रुपयों के लिए कर चुके है । जो भारत की महिलाओं के सम्मान ,स्वाभिमान और बलिदान को कलंकित कर रहे है । भारत में आज तक भारतीय महिलाओं को कलंकित करने वाला ऐसा निर्देशक किसी ने नहीं देखा है और आज यह व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए भारत के गौरवशाली इतिहास को दूषित कर रहा है । मुख्य वक्ताओं के तौर पर आज राज्य और केंद्र की सत्ता में सत्ताधारी बीजेपी के विधानसभा तिलोई से विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह के साथ अमेठी राजघराने से ताल्लुक रखने वाले अनंत विक्रम सिंह भी वक्ताओं की फेहरिस्त में शामिल रहे । यह फेरिस्त इस कदर बढ़ती चली गई उत्तर प्रदेश की राजनीति में दूसरी सबसे बड़ा राजनैतिक दल समाजवादी पार्टी के विधायक गौरीगंज राकेश प्रताप सिंह भी अपने आप को रोक नहीं पाए। वह भी कार्यक्रम स्थल पर मंच पर आसीन हो गए । इस कार्यक्रम में क्षत्रिय समाज का स्वाभिमान हिलोर मारने लगा और अगल बगल के क्षेत्र के समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी सभा में शामिल हो गए । इस अवसर पर बोलते हुए अरुण प्रताप सिंह ने कहा कि रानी पद्मावती का स्वाभिमान किसी एक जाति और किसी एक धर्म से जुड़े व्यक्तियों के स्वाभिमान से जुड़ा नहीं है उन्होंने बोलते हुए कहा यह स्वाभिमान भारतीय महिला के स्वाभिमान के साथ हो रहे ऐतिहासिक से छेड़छाड़ से जुड़ा मामला है। इस सभा में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने संबोधन में बोलते हुए अर्चना ने कहा कि रानी पद्मावती के इतिहास बलिदान और स्वाभिमान को दूषित करने के लिए किसी व्यक्ति को अधिकार नहीं दिया जा सकता।
आज के इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारतीय फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली को आरोपित किया कि भंसाली अपना चरित्र का हनन रुपयों के लिए कर चुके है । जो भारत की महिलाओं के सम्मान ,स्वाभिमान और बलिदान को कलंकित कर रहे है । भारत में आज तक भारतीय महिलाओं को कलंकित करने वाला ऐसा निर्देशक किसी ने नहीं देखा है और आज यह व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए भारत के गौरवशाली इतिहास को दूषित कर रहा है । मुख्य वक्ताओं के तौर पर आज राज्य और केंद्र की सत्ता में सत्ताधारी बीजेपी के विधानसभा तिलोई से विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह के साथ अमेठी राजघराने से ताल्लुक रखने वाले अनंत विक्रम सिंह भी वक्ताओं की फेहरिस्त में शामिल रहे । यह फेरिस्त इस कदर बढ़ती चली गई उत्तर प्रदेश की राजनीति में दूसरी सबसे बड़ा राजनैतिक दल समाजवादी पार्टी के विधायक गौरीगंज राकेश प्रताप सिंह भी अपने आप को रोक नहीं पाए। वह भी कार्यक्रम स्थल पर मंच पर आसीन हो गए । इस कार्यक्रम में क्षत्रिय समाज का स्वाभिमान हिलोर मारने लगा और अगल बगल के क्षेत्र के समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी सभा में शामिल हो गए । इस अवसर पर बोलते हुए अरुण प्रताप सिंह ने कहा कि रानी पद्मावती का स्वाभिमान किसी एक जाति और किसी एक धर्म से जुड़े व्यक्तियों के स्वाभिमान से जुड़ा नहीं है उन्होंने बोलते हुए कहा यह स्वाभिमान भारतीय महिला के स्वाभिमान के साथ हो रहे ऐतिहासिक से छेड़छाड़ से जुड़ा मामला है। इस सभा में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने संबोधन में बोलते हुए अर्चना ने कहा कि रानी पद्मावती के इतिहास बलिदान और स्वाभिमान को दूषित करने के लिए किसी व्यक्ति को अधिकार नहीं दिया जा सकता।
Social Plugin