बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों की सांठगांठ से फल फूल रहे अवैध विद्यालय मामला है अमेठी जिले के तहसील मुसाफिरखाना जगदीशपुर विकास क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा पालपुर में स्थित गाटा संख्या 238 जो बालिका प्राथमिक विद्यालय के नाम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। परन्तु निजी व्यक्तियों द्वारा सरकारी स्कूल की भूमि पर अबैद्ध तरीक़े से सरस्वती शिशु शिक्षा मंदिर चलाया जा रहा है । जिसकी शिकायत गांव के ही निवासी तेज प्रताप शाह सुत राम प्रताप ने मुसाफिरखाना समाधान दिवस में जिलाधिकारी योगेश कुमार से की है।मामले की जांच को जिलाधिकारी महोदय ने राजस्व निरीक्षक को सौंपा है।जब
इस संबंध में एबीएसए जगदीशपुर से पूछा गया तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना करते हुए कहा की यह मामला मेरे संगान मे नही है मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी।हम आपको बताते चलें कि अमेठी में शिक्षा सत्र के शुरू होने के बाद से अवैध स्कूलों पर लगाम लगाने का कार्य जिला प्रशासन ने बड़ी मुस्तैदी से शुरू किया था। लेकिन समय के साथ साथ सारा मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। या यूं कहें कि विद्यालय संचालको के दबाव मे आकर शिक्षा विभाग के आलाधिकारी नही करते कोई कार्रवाई। और जो सरकारी बालिका विद्यालय के नाम से सुरक्षित जमीन पालपुर ग्राम की गाटा संख्या 238 पर अवैध स्कूल चल रहा है। वह बदस्तूर आज भी जारी है और उस पर नही पडी आलाधिकारियों की नजर। या यूं कहा जाए कि शिक्षा बिभाग के आला अधिकारी प्रायबेट विद्यालय संचालकों के आगे घुटनें टेक दिये हैं।या फिर किसी बहुत बड़े राजनीतिक दबाव के कारण आज तक इस तरह के अवैध विद्यालयो पर कार्यवाही करने से कोशो दूर नजर आते है। जबकि इस विद्यालय पर कार्यवाही के लिए पहले भी कई बार ग्रामीणों द्वारा प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है लेकिन यह विद्यालय आज भी अपने पूरे शबाब पर चल रहा है। इस संबंध में जब एबीएसए जगदीशपुर से पूछा गया तो उन्होंने कैमरे की नजर से बचते हुए कहा की मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी।
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