माँ ने ठुकराया ,माँ-बाप का उठा साया ,ग्रामप्रधान की सरपरस्ती में अनाथ की जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत ,पीड़िता ने पुलिस से मांगी मदद।


ग्राम प्रधान की सरपरस्ती में 10 वर्षीया नाबालिका की जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत ,पीड़िता ने पुलिस से मांगी मदद।

पूरा मामला अमेठी जिले के मुसाफिरखाना तहसील के अढ़नपुर गांव से जुड़ा है। इसी गांव के निवासी दम्पत्ति भवानी प्रसाद के कोई संतान नहीं थी, 10 वर्ष पूर्व जंगल में फेकी गई नवजात को उन्होंने अपनाया व मां बाप का नाम देते हुए उसे गोद लेकर अपनाया और उसका नामकरण विंध्यामती कर दिया। कुछ दिनों बाद दम्पत्ति की तबियत खराब रहने लगी तो उन्होंने अपनी संपत्ति उसके नाम कर दिया और बाद में उनकी मौत हो गई।
इतनी कम उम्र में विंध्यामती एक बार फिर अनाथ हो गई तो उसके पड़ोसी शिवनाथ यादव जो फायर स्टेशन संग्रामगढ़, प्रतापगढ़ में चालक के पद पर कार्यरत हैं, उन्होंने उसे संरक्षण दिया।

नाबालिक विंध्यामति ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान ने अनुसूचित जाति का समीकरण बनाते हुए इसी गांव के सुखदेव व उसकी पत्नी व अन्य 15-20 लोगों के साथ आकर उसके दरवाजे स्थित सेहन से उसका पेड़ व बांस जबरदस्ती काट लेे गए और मना करने पर धमकी दी। और नाबालिक पीड़िता की जमीन में दबंग प्रधान द्वारा जबरन रास्ता निकालना चाहता है।
इसी मामले की शिकायत करने 10 वर्षीया विंध्या मती थाने पर पहुंच शिकायती प्रार्थनापत्र दिया जिस पर थाना प्रभारी ने उसे मदद करने का आश्वासन देते हुए लौटा दिया।
अब देखना ये है कि क्या इस नाबालिक व बेसहारा विंध्या मती को न्याय मिल पाएगा या दबंगों के आगे पुलिस भी लाचार हो जाएगी।