अमेठी के शाहगढ़ प्रधान संघ के अध्यक्ष की हत्या से लोग जहाँ सदमे में है । वही ग्रमीणों ने आरोपियों के पकड़े जाने व सी बी आई जांच की मांग न माने जाने तक शव कक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। प्रशासन के आश्वासन के बाद नम आंखों के साथ प्रधान का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मामला मुंशीगंज कोतवाली का है । जहाँ सोमवार की शाम लगभग 8 बजे शाहगढ़ ब्लाक प्रधान संघ अध्यक्ष दलित सुनील उर्फ सोनू कोरी 28 वर्ष की निर्मम तरीके गोली मार बांके से काट कर हत्या की गई थी। गरीबी में पला बढ़ा बुढ़े माँ बाप का इकलौता सहारा था। तीन बहनों में एक कि शादी हुई है। जबकि सुशीला व शीला पढ़ाई कर रही है। राजनीति की शुरुवात 2010 से शुरू किया जिसमें अपनी माँ सूर्यकली को क्षेत्र पँचायत उम्मीदवार बनाकर विजयश्री का टीका लगवाया। उसके बाद पीछे मुड़ कर कभी नही देखा। 2015 में हुए प्रधानी के चुनाव में सामान्य सीट पर अपने सम्बन्धो मिलनसार व्यकितत्व के कारण दो पंचवर्षीय से प्रधान को हरा कर जीत हासिल की। इस दौरान वर्ष 2015-16 में टंडवा लोहिया समग्र ग्राम घोषित हुआ। जिसमें समाज के उन लोगो तक सरकार की योजनाओं का फायदा पहुचाने का कार्य किया जो अब तक पात्र होते हुए भी लाभ को वंचित थे। ग्राम सभा मे हुए चहुमुखी विकास पर हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ में सम्मान भी मिल चुका है। केंद्र सरकार की महत्त्वपूर्ण बाहय शौच मुक्त योजना पर तेजी से कार्य किया जिस पर कुछ माह पूर्व जिलाधिकारी अमेठी योगेश कुमार के हाथ से सम्मान व डिनर का सौभाग्य मिला। समाज सेवा में ग्राम सभा की बिन माँ बाप की लड़की कन्यादान खुद किया। उसके शादी का सारा खर्च खुद वहन किया। ग्राम सभा मे चहुओर सड़को का जाल बिछा दिया, अपने इसी कार्यशैली के चलते उसका भुसियावा रामगंज मार्ग पर शाहगढ़ में लाटरी सिस्टम में पेट्रोल टँकी भी निकली। ताजा मामला ग्राम सभा में बारात घर को लेकर हुआ 25 दिसम्बर को पैमाइश के दौरान इस पर काबिज आ रहे पक्ष जान से मारने की खुली धमकी दी, जिसकी सूचना प्रधान ने कोतवाली मुंशीगंज में लिखित रूप से दी थी। पर मामले को हल्के में लेते हुए पुलिस ने सूचना को रद्दी की टोकरी में फेंक दी, यही पुलिस उस पर गंभीरता से कार्य करती तो शायद ये दिन न देखना पड़ता। प्रधान के घर पर सैकड़ो की संख्या में महिलाए व पुरुष एकत्रित होकर अपने अजीज के खोने के गम रो रो कर बरबस यही कह रहे है जब तक सभी आरोपी पकड़े नही आएंगे व निष्पक्ष सी बी आई जाँच की मांग नही मान लेती। तब तक शव का अंतिम संस्कार नही करेंगे। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के लाख मान मनोव्वल के बाद दोपहर को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए पी एस सी की एक टुकड़ी, पुलिस बल मौजूद रहा। इस मौक़े पर खण्ड विकास अधिकारी श्वेता वर्मा, ए डी ओ पँचायत राम दीन, ग्राम पंचायत अधिकारी राकेश कुमार, मुकेश कुमार, इन्द्र पाल यादव, विश्वमोहन पाण्डेय, कमलेश कुमार, जन प्रतिनिधि में प्रमुख प्रतिनिधि डी के श्रीवास्तव, जिला पंचायत सदस्य धर्मेश धोबी, ब्लाक के प्रधान हनुमान प्रसाद यादव, शिव दर्शन यादव, राजेश उलरा, राजेन्द्र नेवादा किशुनगढ़, चन्द्र शेखर कपुरपुर, सूर्य प्रताप पलिया, उमा शंकर शुक्ला, शिव शरण गुप्ता, सदा शिव यादव, राम फल प्रजापति, कामता प्रसाद सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्री राम राम सजीवन यादव, राम प्रकाश यादव, राजेश श्रीवास्तव, मुकेश मिश्र चिलबिली, संदीप यादव, के अलावा उमेश सिंह विधायक प्रतिनिधि, विजय किशोर तिवारी, के डी सरोज, महेंद्र यादव सहित काफी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे। नृशंस हत्या को लेकर राज्य महिला आयोग की सदस्य शकुन्तला गौतम घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। सी ओ गौरीगंज व एस ओ मुंशीगंज से घटना की जानकारी तथा आरोपियों के खिलाफ अब तक हुई कार्यवाही के बारे में जानकारी ली। घर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया।
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