जाने क्या हुआ आज अमेठी मे जिलाधिकारी ने किस विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश


राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की डीएम ने ली बैठक।

जिन्दगी चुने, तम्बाकू नहीं।


(1) अमेठी 05 अगस्त 2019, जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने  कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय तबांकू नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित बैठक किया। डीएम ने अधिकारियों को हिदायत दी कि वह अपने दायित्यों का बखूबी निर्वहन करें। तबांकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों का सेवन करने से दूर रहना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान व तंबाकू उत्पादन का विज्ञापन देना व 18 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को तंबाकू उत्पादन बेचना अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों व कालेजों के सौ मीटर के दायरे में पान, मसाला व तंबाकू बेचना पूर्णरूप से प्रतिबंधित है। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्थल, तहसील, विकास  खंड कार्यालय, अस्पताल, रेलवे स्टेशन व न्यायालय परिसर, विकास भवन तथा कलक्ट्रेट समेत प्रमुख चौराहों पर तंबाकू सेवन रोकथाम के लिए चेतावनी व फ्लैक्स बोर्ड लगवाया जाए, ताकि लोगों को मादक पदार्थों से दूर रहने के प्रति जागरूक किया जा सके। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने कार्यालयों  में तम्बाकू/धूम्रपान प्रतिबंधित है का बोर्ड लगाए।  इसका उलंघन करने वालों पर कठोर कार्यवाही करें। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.एम. श्रीवास्तव, प्रभागीय वनाधिकारी यू0पी0 सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी देवेन्द्र सिंह, सहित समस्त बीडीओ व जिला स्तरीय अधिकारी मोजूद रहे।

  (2) जनजागरूकता के माध्यम से लगाए जाएंगे 34.59 लाख पौधे
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9 अगस्त को जिले भर में होगा वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम।
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अमेठी 05 अगस्त 2019, शासन के निर्देशानुसार जिले भर में इलैक्शन मोड में जनजागरूकता के माध्यम से 34.59 लाख पौधे लगाए जाने हैं। इस हेतु आगामी 09 अगस्त को जिलेभर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसी को लेकर जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक किया। बैठक में उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम में जिले के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, स्कूली छात्र छात्राओं, आमजनमानस एवं किसान भाई प्रतिभाग करेंगे। बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी आज प्रत्येक दशा में पौधों का उठान कर ले। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को इलेक्शन मोड में वृक्षारोपण किया जाएगा, इसके लिए सभी तैयारियां ससमय पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त का कार्यक्रम विश्व रिकॉर्ड में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक समारोह के रूप में सभी लोग  पौधे लगाते हुए कार्यक्रम आयोजित कराए जाएं। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जिसका नंबर 05368-244067 है, सभी सेक्टर/ जोनल अधिकारी प्रत्येक घंटे की सूचना कंट्रोल रूम को देंगे। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को वृक्षारोपण से संबंधित ग्राम पंचायत में एक रजिस्टर बनाकर रोपित किए गए पौधों की संख्या उसमें दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि को जरूर आमंत्रित करें। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में गांधी उपवन की स्थापना तहसील मुसाफिरखाना के ग्राम नाराअढ़नपुर में की जाएगी, जिसमें 5000 पौधों का रोपण किया जाएगा, वहां पर गांधीजी के संदर्भ में परिचर्चा का आयोजन भी कराया जाएगा। गांधी उपवन में अंतिम पौधा जनप्रतिनिधि द्वारा लगाया जाएगा। डीएम ने अधिकारियों, कर्मचारियों को इस बावत कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। डीएम ने कहा कि अधिकारियों द्वारा बैठक में स्वयं प्रतिभाग किया जाए, जो भी लक्ष्य शासन द्वारा संबंधित विभागों को आवंटित किया गया है, उसकी शतप्रतिशत पूर्ति की जाए। वन विभाग द्वारा अपना लक्ष्य तो पूर्ण किया ही जाए साथ ही संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाया जाए। प्रयास करें कि इस बार अभियान के तहत आम, नीम, पीपल, बरगद, जामुन, अमरूद, पाकड़, शहतूत आदि के पेड़ लगाए जाएं। वृक्षारोपण के उपरान्त पौधों की जीओ टैगिंग भी कराई जाएगी, अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की फर्जी रिपोर्टिंग न की जाए, धरातल पर पौधे लगने चाहिए। इस दौरान सीडीओ प्रभुनाथ, डीएफओ यूपी सिंह, सीएमओ डा0 आर.एम. श्रीवास्तव,  सीवीओ रमेश पाठक,  डीपीआरओ देवेंद्र सिंह, सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी आदि मौजूद थे।

 (3) सरकार के जागरूकता अभियान से, नियन्त्रित हुआ है संचारी रोग।

अगस्त 05 अगस्त 2019, प्रदेश सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी क्रम में मच्छर जनित संचारी रोगों के फैलने के दृष्टि से संवेदनशील माह जुलाई में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 01 से 31 जुलाई, 2019 तक प्रदेश के समस्त जनपदों में संचारी रोगों के रोकथाम, नियन्त्रण और बचाव के लिए कई विभागों के सहयोग से प्रदेश सरकार द्वारा अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान के साथ-साथ जुलाई माह के प्रथम पक्ष 01 से 15 जुलाई तक दिमागी बुखार के प्रकरणों के लिए चिन्हित जनपद बाराबंकी, लखनऊ तथा गोरखपुर बस्ती, देवीपाटन मण्डल के समस्त जनपदों सहित 18 जनपदों में रोग से बचाव, नियन्त्रण एवं उपचार के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए दस्तक अभियान भी चलाया गया। 
पूर्वी उत्तर प्रदेश के ए0ई0एस0एवं जे0ई0 रोगों से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले सभी 18 जनपदों में दस्तक अभियान के तहत आशा, ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने रोगों से बचाव, नियन्त्रण एवं उपचार की जानकारी घर-घर जाकर दी। लोगो को बचाव के लिए जागरूक किया गया और उन्हें बताया गया कि रोगग्रस्त होने पर उपचार में देरी और लापरवाही न की जाये। आशाओं ने दस्तक अभियान में घर-घर जाकर बताया कि कोई भी बुखार दिमागी बुखार हो सकता है इसलिए बुखार होते ही नजदीकी चिकित्सालय में जाकर परामर्श लें। इसके लिए सूचना विभाग ने रेडियो जिंगल्स भी बनाये जिन्हें आज भी प्रसारित करके शहरी एवं ग्रामीण जनता को दिमागी बुखार की गम्भीरता से सचेत किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने संचारी रोगों पर नियन्त्रण के लिए जुलाई माह में अभियान चलाकर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालियों की सफाई, ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियों की कटाई, नये हैण्डपम्पों की स्थापना, पुराने खराब हैण्डपम्पों का चिन्हीकरण, सूकरपालकों का संवेदीकरण, व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण, ग्राम प्रधानों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों, स्कूलों में शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को संवेदीकरण, प्रभातफेरी और रैलियों का आयोजन कर जागरूकता लायी गयी।
सूचना विभाग द्वारा आकाशवाणी,दूरदर्शन, समाचार-पत्रों में, एल0ई0डी0 वैन द्वारा तथा नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग बैनर, पोस्टर पर ए0ई0एस0 तथा जे0ई0 रोग से बचाव, नियन्त्रण एवं  उपचार सम्बन्धी जानकारी का प्रचार किया गया।
प्रदेश स्तर पर चलाये गये इस अभियान के फलस्वरूप जनता में जागरूकता बढ़ी और गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष इन रोगों से प्रभावित होने की संख्या में भारी कमी आयी। गत वर्ष 2018 मंे माह जुलाई में प्रदेश स्तर पर 1271 केस ए0ई0एस0 के संज्ञान में आये थे जिनमें 107 लोगो को नहीं बचाया जा सका था, ये मृत्युदर 08.42 प्रतिशत थी। जबकि इस वर्ष 2019 माह जुलाई में कुल 615 केस ही ए0ई0एस0 के संज्ञान में आये, जिनमें से 26 लोगो को नहीं बचाया जा सका। इस वर्ष मृत्यु दर घटकर 4.23 प्रतिशत हुयी, जो कि गत वर्ष की तुलना में लगभग आधी ही है। इसी प्रकार गत वर्ष जुलाई माह में जे0ई0 के 72 केस संज्ञान में आये जिनमें 04 लोगों की मृत्यु हो गयी। इस वर्ष माह जुलाई में 39 केस ही संज्ञान में आये जिनमें 03 लोगों की मृत्यु हो गयी।
 निरन्तर चलाये जा गये अभियानों से लोगों में जागरूकता बढ़ी और प्रदेश में संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के प्रकोप से पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या में भारी कमी आयी है। प्रदेश में संचारी रोगों के नियन्त्रण के लिए कई गतिविधियां जारी हैं। सरकार समय-समय पर मौसम बदलने के साथ होने वाली बीमारियों के प्रति जनता को जागरूक करने और उपचार सम्बन्धी जानकारियां  प्रदान करने का कार्य कर रही है।